Akbar Birbal ki Kahani in Hindi - बीरबल की चतुराई

दोस्तों स्वागत है हमारे Blog, Hindi Best Stories में, आज मै आप को Akbar Birbal ki Kahani in Hindi में, बताने जा रहा हूं। दोस्तों कहानियां तो हमने बहुत सुनी है पर कुछ कहानियां ऐसी होती है जिसे सुनने से हमें सीख मिलती है। आज मैं आपको ऐसी ही एक प्रसिद्ध कहानी "Birbal ki Chaturai" सुनाने जा रहा हूं।
अकबर बीरबल की कहानी आप ने अपने बचपन में T.V , School में कहानी सुनी होगी या देखी होगी। अकबर बीरबल की कहानी बहुत प्रसिद्ध है, उन सब कहानियों में से एक कहानी "बीरबल की चतुराई "आज हम आपको बताने जा रहे हैं। उम्मीद करता हूं आपको पसंद आएगी।
चलिए शुरू करते हैं मजेदार Akbar Birbal ki Kahani
सुबह का समय था, बादशाह अकबर बिस्तर पर पड़े पड़े पानी मांगे जा रहे थे, आसपास उनका कोई सेवक नजर नहीं आ रहा था। पता नहीं कहाँ से महल के कचरा साफ करने वाले एक मामूली से नौकर ने उनकी आवाज सुन ली और वह पानी का गिलास लेकर उनके पास आ गया।
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बादशाह अकबर को इतनी प्यास लगी थी कि वे खुद को उसके हाथ से पानी लेने से नहीं रोक पाए। तभी वहाँ बादशाह अकबर के खास सेवक आ गए और उन्होंने उस कचरा साफ करने वाले को वहाँ से निकाल दिया। दोपहर हुई तो बादशाह अकबर का पेट खराब हो गया, हकीम को भी बुलाया गया फिर भी महाराज अकबर की हालत में सुधार नहीं हुआ, फिर राजवैद्य भी आये उनके साथ ज्योतिषी भी थे।
उन्होंने कहा, शायद आप पर किसी मनहूस व्यक्ति का साया पड़ा है, इसलिए ही आपकी तबियत खराब हुई है। बादशाह अकबर को तुरंत उस कचरा साफ करने वाले नौकर का खयाल आया और उन्होंने सोचा, उसी मनहूस के हाथ से पानी पीकर मैं बीमार हुआ हूँ और बादशाह अकबर ने गुस्से में उसे सजा ए मौत सुना दी।
जब बीरबल को इस बात का पता चला तो वह उस नौकर के पास गए और उसे सांत्वना देने लगे कि उसे बचा लेंगे। इसके बाद बीरबल अकबर के पास गए और उनका हालचाल पूछा तब महाराज अकबर ने बताया कि हमारे राज्य के सबसे मनहूस आदमी ने मुझे बीमार कर दिया यह बात सुनकर बीरबल हस पड़े।
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तब अकबर को यह देखकर गुस्सा आया और वह बोले क्या तुम मेरी हालत देखकर मज़ा ले रहे हो? बीरबल ने कहा नहीं, नहीं महाराज, पर मैं एक बात पूछना चाहता हूँ। अगर मैं आपको उस नौकर से बड़ा मनहूस ढूँढकर दे दूँ तो आप क्या करेंगे? क्या आप उस नौकर को सजा ए मौत से मुक्त कर देंगे?

इसलिए उस नौकर से बड़े मनहूस तो आप हुए। अब आप खुद को मौत की सजा मत दीजिएगा, क्योंकि हम सब आपसे बहुत प्यार करते हैं। बीरबल की यह चतुराई भरी बात सुनकर अकबर बिस्तर पर पड़े पड़े हंसने लगे।

उन्होंने उसी वक्त उस गरीब नौकर को छोड़ने का आदेश दिया और उसे इनाम भी दिया। मनुष्य का अंधविश्वासी सुझाव देने वाले ज्योतिषी को घोड़े का तबेला साफ करने में लगा दिया।
दोस्तों तो यह थी Akbar Birbal ki Kahani in Hindi मै, उम्मीद करता हूं आपको यह कहानी पसंद आई होगी। और भी अकबर बीरबल की कहानियां मैं यहां पर post करूंगा। अगर आपको कहानी पढ़ना अच्छा लगता है, तो हमारी Blog को save करले आप और भी अन्य कहानी हमारी इस Blog पर पढ़ सकते हैं। धन्यवाद
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